Anmol Bihariya
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ये नियम न्यूटन ने फिलॉसफी नेचुरालीस प्रिंसीपीआ मैंथेमिटीआ मे लिखे थे. गति के तीसरे नियम का उदाहरण हम दिन भर रोजाना देखते है. यदि हम इस नियम को big bang अवधारणा से जोड़ दे तो.
बिग बैंग अवधारणा के अनुसार पहले सबकुछ शून्य मे ऊर्जा पिंड के रूप मे समाहित था. एकमात्र परमाणु इकाई के रूप में, big bang जिसे हम महा विस्फोट की अवधारणा के नाम से भी जानते हैं के, पश्चात एक बडा धमाका हुआ ओर एक झटके से ब्रम्हांड यानी पदार्थो का समूह ( जिसका हम हिस्सा है) फैलता गया. आज से 14 करोड़ वर्ष पूर्व यह घटना हुई थी. Physics के नियम तब भी उतने ही प्रभावी एवं सटीक थे जीतने की आज है.
यदि bigbang धमाके के साथ एक दिशा मे पदार्थो का समूह फैलता गया और हमारा ब्रम्हांड बना तो जरूर दूसरी दिशा मे क्रिया की प्रतिक्रिया के फल स्वरूप Antimatter या प्रति पदार्थ का फैलाव आरंभ हो गया होगा.
यह संभव है कि हमारे संपूर्ण matter वाले ब्रम्हांड के समकक्ष एक विपरीत Antimatter वाला ब्रम्हांड हो.प्रत्येक क्रिया की समान एवं विपरीत प्रति क्रिया होती है.यह नियम पूरी तरह से सत्य है. यह न्यूटन का तीसरा नियम हैं.
Matter+Antimatter= Free Energyयदि माने की Antimatter का अस्तित्व है. तो यह सम्भव है की दोनों एक दूसरे की विपरीत दिशा में फैल रहे हो. मैंरे ख्याल से शंकु के आकार में और ये जब फैलते फैलते समतल आकार मे आ जाएंगे तो आपसी टकराव की स्थिति में ब्रम्हांड एक चमक के साथ भाप बनकर समाप्त हो जाएगा.
हाल ही में यूरोपियन परमाणु अनुसंधान संगठन (CERN) द्वारा लार्ज हैड्रान कोलाइडर द्वारा BIGBANG अवधारणा का अध्ययन किया गया था जिसके फलस्वरूप दावा किया गया की anti atom या प्रति अणुओं का निर्माण हुआ था. साथ ही मे कुछ छोटे आकार के कृष्ण छिद्रों ( black hole) का भी निर्माण हुआ था. संभव है कि वो black hole ना होकर छोटी मात्रा मे प्रति अणुओं का सघन बादल या कहा जाए Antimatter ही हो.
कुछ शोधो मे दावा किया गया है कि अंतरिक्ष किरणों के द्वारा भी कम मात्रा मे Antimatter धरती से टकराता है ओर ऊर्जा निर्माण कर ता है, मेरे ख्याल से शायद एक दिन Antimatter ब्रम्हांड से टकरा जाए ओर बस स्वतंत्र ऊर्जा बचे. शायद इसे ही हिंदू सनातन धर्म परम्परा मे ब्रम्हा का अंतिम दिवस कहा गया है..आपकाAnmol Bihariya0
GAMMA RAY Burst and effect on Earth Life by Anmol Bihariya
in Astronomy and Cosmology
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गामा किरणे दुनिआ की सबसे खतरनाक मानी जाने वाली विद्युत चुम्बकीय विकिरण है , इन्हे फोटान श्रेणी का भी कहा जा सकता है , गामा किरणों की ऊर्जा का स्तर सभी ज्ञात विकिरणों से अधिक होता है ,ये अत्यंत घातक कही जा सकती है। GAMMA RAY Burst अंतरिक्ष की एक अत्यंत शक्तिशाली ,विस्फोटक और विनाशक घटना होती है। इस विस्फोट में इतनी उर्जा निकलती है जितनी उर्जा हमारा सूर्य अपने पूरे जीवनकाल में भी नहीं पैदा कर सकता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक Gamma Ray Burst सिर्फ कुछ मिलीसेकेंड्स से लेकर के कुछ मिनट तक का ही होता है पर जो भी चीज़ इसकी चपेट में आती है वह इसके रेडियेशन से हमेशा के लिए खत्म हो जाती है। वैसे तो ब्रह्माण्ड में हर पल इस तरह के उर्जा के भयानक विस्फोट होते ही रहते हैं. यदि इस प्रकार का विस्फोट हमारे सौर मंडल के आस पास भी हुआ तो सब कुछ हमेशा के लिए समाप्त हो जायेगा , गामा रे किसी जीव के डीएनए तक को बदलने की क्षमता रखती है , गामा रे का यह विस्फोट तब संभव होता है जब को दो अत्यधिक चुंबकीय पिंड या महा पदार्थ जैसे की ब्लैक होल या न्युट्रान तारा के चुंबकीय क्षेत्र आपस में टकरा जाते है जिससे तूफान के रूप मैं फोटानो का चक्रवात मुक्त होता है जो की गामा किरणों का बड़ा समूह होता है ,और यहाँ ब्रमांड के अनेको प्रकाश वर्ष तक फैल जाता है और चपेट में आने वाली हर वस्तु को उसके परमाणु बिंदु तक नष्ट कर देता है, और ऊर्जा मुक्त करता जाता है ,गामा रे बहुत ही लक्ष्यित और संकीर्ण किरणे होती है।